Original

दमयन्त्या ब्रुवन्त्यास्तु सर्वमेतदरिंदम ।शोकजं वारि नेत्राभ्यामसुखं प्रास्रवद्बहु ॥ १४ ॥

Segmented

दमयन्त्या ब्रुवन्त्यास् तु सर्वम् एतद् अरिंदम शोक-जम् वारि नेत्राभ्याम् असुखम् प्रास्रवद् बहु

Analysis

Word Lemma Parse
दमयन्त्या दमयन्ती pos=n,g=f,c=6,n=s
ब्रुवन्त्यास् ब्रू pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part
तु तु pos=i
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
अरिंदम अरिंदम pos=a,g=m,c=8,n=s
शोक शोक pos=n,comp=y
जम् pos=a,g=n,c=1,n=s
वारि वारि pos=n,g=n,c=1,n=s
नेत्राभ्याम् नेत्र pos=n,g=m,c=5,n=d
असुखम् असुख pos=a,g=n,c=1,n=s
प्रास्रवद् प्रस्रु pos=v,p=3,n=s,l=lan
बहु बहु pos=a,g=n,c=1,n=s