महाभारतम् — 3.73.9
Original
Segmented
ह्रस्वम् आसाद्य संचारम् न असौ विनमते क्वचित् तम् तु दृष्ट्वा यथासङ्गम् उत्सर्पति यथासुखम् संकटे अपि अस्य सु महत् विवरम् जायते ऽधिकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ह्रस्वम् | ह्रस्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
संचारम् | संचार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विनमते | विनम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
यथासङ्गम् | यथासङ्गम् | pos=i |
उत्सर्पति | उत्सृप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |
संकटे | संकट | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सु | सु | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
विवरम् | विवर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ऽधिकम् | अधिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |