Original

सोचिता नलसिद्धस्य मांसस्य बहुशः पुरा ।प्राश्य मत्वा नलं सूदं प्राक्रोशद्भृशदुःखिता ॥ २२ ॥

Segmented

सा उचिता नल-सिद्धस्य मांसस्य बहुशः पुरा प्राश्य मत्वा नलम् सूदम् प्राक्रोशद् भृश-दुःखिता

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
उचिता उचित pos=a,g=f,c=1,n=s
नल नल pos=n,comp=y
सिद्धस्य सिध् pos=va,g=n,c=6,n=s,f=part
मांसस्य मांस pos=n,g=n,c=6,n=s
बहुशः बहुशस् pos=i
पुरा पुरा pos=i
प्राश्य प्राश् pos=vi
मत्वा मन् pos=vi
नलम् नल pos=n,g=m,c=2,n=s
सूदम् सूद pos=n,g=m,c=2,n=s
प्राक्रोशद् प्रक्रुश् pos=v,p=3,n=s,l=lan
भृश भृश pos=a,comp=y
दुःखिता दुःखित pos=a,g=f,c=1,n=s