Original

बृहदश्व उवाच ।एवं समाहिता गत्वा दूती बाहुकमब्रवीत् ।दमयन्त्यपि कल्याणी प्रासादस्थान्ववैक्षत ॥ ५ ॥

Segmented

बृहदश्व उवाच एवम् समाहिता गत्वा दूती बाहुकम् अब्रवीत् दमयन्ती अपि कल्याणी प्रासाद-स्था अन्ववैक्षत

Analysis

Word Lemma Parse
बृहदश्व बृहदश्व pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
एवम् एवम् pos=i
समाहिता समाहित pos=a,g=f,c=1,n=s
गत्वा गम् pos=vi
दूती दूती pos=n,g=f,c=1,n=s
बाहुकम् बाहुक pos=n,g=m,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
दमयन्ती दमयन्ती pos=n,g=f,c=1,n=s
अपि अपि pos=i
कल्याणी कल्याण pos=a,g=f,c=1,n=s
प्रासाद प्रासाद pos=n,comp=y
स्था स्थ pos=a,g=f,c=1,n=s
अन्ववैक्षत अन्ववेक्ष् pos=v,p=3,n=s,l=lan