महाभारतम् — 3.62.35
Original
Segmented
वसस्व मयि कल्याणि प्रीतिः मे त्वयि वर्तते मृगयिष्यन्ति ते भद्रे भर्तारम् पुरुषा मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वसस्व | वस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मयि | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
कल्याणि | कल्याण | pos=a,g=f,c=8,n=s |
प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मृगयिष्यन्ति | मृगय् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुरुषा | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |