महाभारतम् — 3.60.2
Original
Segmented
सा अपश्यमाना भर्तारम् दुःख-शोक-समन्विता प्राक्रोशद् उच्चैः संत्रस्ता महा-राज इति नैषधम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अपश्यमाना | अपश्यमान | pos=a,g=f,c=1,n=s |
भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
समन्विता | समन्वित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
प्राक्रोशद् | प्रक्रुश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
उच्चैः | उच्चैस् | pos=i |
संत्रस्ता | संत्रस् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
इति | इति | pos=i |
नैषधम् | नैषध | pos=n,g=m,c=2,n=s |