महाभारतम् — 3.6.19
Original
Segmented
क्लेशैस् तीव्रैः युज्यमानः सपत्नैः क्षमाम् कुर्वन् कालम् उपासते यः संवर्धयन् स्तोकम् इव अग्निम् आत्मवान् स वै भुङ्क्ते पृथिवीम् एक एव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्लेशैस् | क्लेश | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तीव्रैः | तीव्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
युज्यमानः | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सपत्नैः | सपत्न | pos=n,g=m,c=3,n=p |
क्षमाम् | क्षमा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कुर्वन् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपासते | उपास् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संवर्धयन् | संवर्धय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्तोकम् | स्तोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
भुङ्क्ते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
एक | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |