Original

वैशंपायन उवाच ।पाण्डवास्तु वने वासमुद्दिश्य भरतर्षभाः ।प्रययुर्जाह्नवीकूलात्कुरुक्षेत्रं सहानुगाः ॥ १ ॥

Segmented

वैशम्पायन उवाच पाण्डवास् तु वने वासम् उद्दिश्य भरत-ऋषभाः प्रययुः जाह्नवी-कूलात् कुरुक्षेत्रम् सह अनुगाः

Analysis

Word Lemma Parse
वैशम्पायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पाण्डवास् पाण्डव pos=n,g=m,c=1,n=p
तु तु pos=i
वने वन pos=n,g=n,c=7,n=s
वासम् वास pos=n,g=m,c=2,n=s
उद्दिश्य उद्दिश् pos=vi
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभाः ऋषभ pos=n,g=m,c=1,n=p
प्रययुः प्रया pos=v,p=3,n=p,l=lit
जाह्नवी जाह्नवी pos=n,comp=y
कूलात् कूल pos=n,g=n,c=5,n=s
कुरुक्षेत्रम् कुरुक्षेत्र pos=n,g=n,c=2,n=s
सह सह pos=i
अनुगाः अनुग pos=a,g=m,c=1,n=p