महाभारतम् — 3.58.30
Original
Segmented
दमयन्ती उवाच यदि माम् त्वम् महा-राज न विहातुम् इह इच्छसि तत् किम् अर्थम् विदर्भाणाम् पन्थाः समुपदिश्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दमयन्ती | दमयन्ती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यदि | यदि | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
विहातुम् | विहा | pos=vi |
इह | इह | pos=i |
इच्छसि | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विदर्भाणाम् | विदर्भ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पन्थाः | पथिन् | pos=n,g=,c=1,n=s |
समुपदिश्यते | समुपदिश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |