महाभारतम् — 3.58.1
Original
Segmented
बृहदश्व उवाच ततस् तु याते वार्ष्णेये पुण्यश्लोकस्य दीव्यतः पुष्करेण हृतम् राज्यम् यत् च अन्यत् वसु किंचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बृहदश्व | बृहदश्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततस् | ततस् | pos=i |
तु | तु | pos=i |
याते | या | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
वार्ष्णेये | वार्ष्णेय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पुण्यश्लोकस्य | पुण्यश्लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दीव्यतः | दीव् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
पुष्करेण | पुष्कर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हृतम् | हृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वसु | वसु | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=1,n=s |