महाभारतम् — 3.54.4
Original
Segmented
तत्र आसनेषु विविधेषु आसीनाः पृथिवीक्षितः सुरभि-स्रज्-धराः सर्वे सु मृष्ट-मणि-कुण्डलाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
आसनेषु | आसन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
विविधेषु | विविध | pos=a,g=n,c=7,n=p |
आसीनाः | आस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पृथिवीक्षितः | पृथिवीक्षित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सुरभि | सुरभि | pos=a,comp=y |
स्रज् | स्रज् | pos=n,comp=y |
धराः | धर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सु | सु | pos=i |
मृष्ट | मृज् | pos=va,comp=y,f=part |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
कुण्डलाः | कुण्डल | pos=n,g=m,c=1,n=p |