Original

देवा ऊचुः ।कच्चिद्दृष्टा त्वया राजन्दमयन्ती शुचिस्मिता ।किमब्रवीच्च नः सर्वान्वद भूमिपतेऽनघ ॥ १४ ॥

Segmented

देवा ऊचुः कच्चिद् दृष्टा त्वया राजन् दमयन्ती शुचि-स्मिता किम् अब्रवीत् च नः सर्वान् वद भूमिपते ऽनघ

Analysis

Word Lemma Parse
देवा देव pos=n,g=m,c=1,n=p
ऊचुः वच् pos=v,p=3,n=p,l=lit
कच्चिद् कच्चित् pos=i
दृष्टा दृश् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
दमयन्ती दमयन्ती pos=n,g=f,c=1,n=s
शुचि शुचि pos=a,comp=y
स्मिता स्मित pos=n,g=f,c=1,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
pos=i
नः मद् pos=n,g=,c=2,n=p
सर्वान् सर्व pos=n,g=m,c=2,n=p
वद वद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
भूमिपते भूमिपति pos=n,g=m,c=8,n=s
ऽनघ अनघ pos=a,g=m,c=8,n=s