Original

वैशंपायन उवाच ।अथैनमब्रवीद्राजा ब्रवीतु भगवानिति ।इमामवस्थां संप्राप्तं श्रोतुमिच्छामि पार्थिवम् ॥ ३७ ॥

Segmented

वैशम्पायन उवाच अथ एनम् अब्रवीद् राजा ब्रवीतु भगवान् इति इमाम् अवस्थाम् सम्प्राप्तम् श्रोतुम् इच्छामि पार्थिवम्

Analysis

Word Lemma Parse
वैशम्पायन वैशम्पायन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अथ अथ pos=i
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
अब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
ब्रवीतु ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lot
भगवान् भगवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
इति इति pos=i
इमाम् इदम् pos=n,g=f,c=2,n=s
अवस्थाम् अवस्था pos=n,g=f,c=2,n=s
सम्प्राप्तम् सम्प्राप् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
श्रोतुम् श्रु pos=vi
इच्छामि इष् pos=v,p=1,n=s,l=lat
पार्थिवम् पार्थिव pos=n,g=m,c=2,n=s