Original

जनमेजय उवाच ।यदिदं शोचितं राज्ञा धृतराष्ट्रेण वै मुने ।प्रव्राज्य पाण्डवान्वीरान्सर्वमेतन्निरर्थकम् ॥ १ ॥

Segmented

जनमेजय उवाच यद् इदम् शोचितम् राज्ञा धृतराष्ट्रेण वै मुने प्रव्राज्य पाण्डवान् वीरान् सर्वम् एतन् निरर्थकम्

Analysis

Word Lemma Parse
जनमेजय जनमेजय pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
यद् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
शोचितम् शोचय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
राज्ञा राजन् pos=n,g=m,c=3,n=s
धृतराष्ट्रेण धृतराष्ट्र pos=n,g=m,c=3,n=s
वै वै pos=i
मुने मुनि pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रव्राज्य प्रव्राजय् pos=vi
पाण्डवान् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=p
वीरान् वीर pos=n,g=m,c=2,n=p
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
एतन् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
निरर्थकम् निरर्थक pos=a,g=n,c=1,n=s