महाभारतम् — 3.44.5
Original
Segmented
न अयज्वन् न आनृतकैः न वेद-श्रुति-वर्जितैः न अन् आप्लुत-अङ्गैः तीर्थेषु यज्ञ-दान-बहिष्कृतैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
अयज्वन् | अयज्वन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
आनृतकैः | आनृतक | pos=a,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
श्रुति | श्रुति | pos=n,comp=y |
वर्जितैः | वर्जय् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
न | न | pos=i |
अन् | अन् | pos=i |
आप्लुत | आप्लु | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गैः | अङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तीर्थेषु | तीर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=p |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
दान | दान | pos=n,comp=y |
बहिष्कृतैः | बहिष्कृ | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |