महाभारतम् — 3.44.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच स ददर्श पुरीम् रम्याम् सिद्ध-चारण-सेविताम् सर्व-ऋतु-कुसुमैः पुण्यैः पादपैः उपशोभिताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पुरीम् | पुरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
रम्याम् | रम्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
सिद्ध | सिद्ध | pos=n,comp=y |
चारण | चारण | pos=n,comp=y |
सेविताम् | सेव् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
ऋतु | ऋतु | pos=n,comp=y |
कुसुमैः | कुसुम | pos=n,g=n,c=3,n=p |
पुण्यैः | पुण्य | pos=a,g=n,c=3,n=p |
पादपैः | पादप | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उपशोभिताम् | उपशोभय् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |