महाभारतम् — 3.43.22
Original
Segmented
साधूनाम् धर्म-शीलानाम् मुनीनाम् पुण्य-कर्मणाम् त्वम् सदा संश्रयः शैल स्वर्ग-मार्ग-अभिकाङ्क्षिन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
साधूनाम् | साधु | pos=a,g=m,c=6,n=p |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
शीलानाम् | शील | pos=n,g=m,c=6,n=p |
मुनीनाम् | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
संश्रयः | संश्रय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शैल | शैल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
मार्ग | मार्ग | pos=n,comp=y |
अभिकाङ्क्षिन् | अभिकाङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |