महाभारतम् — 3.43.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच गतेषु लोकपालेषु पार्थः शत्रु-निबर्हणः चिन्तयामास राज-इन्द्र देवराज-रथ-आगमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गतेषु | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
लोकपालेषु | लोकपाल | pos=n,g=m,c=7,n=p |
पार्थः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
निबर्हणः | निबर्हण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
चिन्तयामास | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
देवराज | देवराज | pos=n,comp=y |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
आगमम् | आगम | pos=n,g=m,c=2,n=s |