महाभारतम् — 3.41.5
Original
Segmented
प्रीतिमान् अस्मि वै पार्थ तव सत्य-पराक्रमैः गृहाण वरम् अस्मत्तः काङ्क्षितम् यत् नर-ऋषभ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रीतिमान् | प्रीतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वै | वै | pos=i |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
पराक्रमैः | पराक्रम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
गृहाण | ग्रह् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अस्मत्तः | मद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
काङ्क्षितम् | काङ्क्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नर | नर | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |