महाभारतम् — 3.41.3
Original
Segmented
शक्र-अभिषेके सु महत् धनुः जलद-निस्वनम् प्रगृह्य दानवाः शस्तास् त्वया कृष्णेन च प्रभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शक्र | शक्र | pos=n,comp=y |
अभिषेके | अभिषेक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सु | सु | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
जलद | जलद | pos=n,comp=y |
निस्वनम् | निस्वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
दानवाः | दानव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शस्तास् | शंस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
कृष्णेन | कृष्ण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
प्रभो | प्रभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |