Original

ततोऽपश्यत्सव्यसाची वृक्षमूले तपस्विनम् ।ब्राह्म्या श्रिया दीप्यमानं पिङ्गलं जटिलं कृशम् ॥ ३१ ॥

Segmented

ततो ऽपश्यत् सव्यसाची वृक्ष-मूले तपस्विनम् ब्राह्म्या श्रिया दीप्यमानम् पिङ्गलम् जटिलम् कृशम्

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
ऽपश्यत् पश् pos=v,p=3,n=s,l=lan
सव्यसाची सव्यसाचिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
वृक्ष वृक्ष pos=n,comp=y
मूले मूल pos=n,g=n,c=7,n=s
तपस्विनम् तपस्विन् pos=n,g=m,c=2,n=s
ब्राह्म्या ब्राह्म pos=a,g=f,c=3,n=s
श्रिया श्री pos=n,g=f,c=3,n=s
दीप्यमानम् दीप् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
पिङ्गलम् पिङ्गल pos=a,g=m,c=2,n=s
जटिलम् जटिल pos=a,g=m,c=2,n=s
कृशम् कृश pos=a,g=m,c=2,n=s