महाभारतम् — 3.38.24
Original
Segmented
त्वयि नः पार्थ सर्वेषाम् सुख-दुःखे समाहिते जीवितम् मरणम् च एव राज्यम् ऐश्वर्यम् एव च आपृष्टो मे ऽसि कौन्तेय स्वस्ति प्राप्नुहि पाण्डव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
दुःखे | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=d |
समाहिते | समाधा | pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part |
जीवितम् | जीवित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मरणम् | मरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ऐश्वर्यम् | ऐश्वर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
आपृष्टो | आप्रच्छ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्नुहि | प्राप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |