महाभारतम् — 3.37.41
Original
Segmented
चरन्तो मृगयाम् नित्यम् शुद्धैः बाणैः मृग-अर्थिनः पितृ-दैवत-विप्रेभ्यः निर्वपन्तो यथाविधि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चरन्तो | चर् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
मृगयाम् | मृगया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
शुद्धैः | शुध् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
अर्थिनः | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
दैवत | दैवत | pos=n,comp=y |
विप्रेभ्यः | विप्र | pos=n,g=m,c=4,n=p |
निर्वपन्तो | निर्वप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
यथाविधि | यथाविधि | pos=i |