महाभारतम् — 3.37.14
Original
Segmented
अवश्यम् राज-पिण्डः तैः निर्वेश्य इति मे मतिः तस्मात् त्यक्ष्यन्ति संग्रामे प्राणान् अपि सु दुस्त्यजान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अवश्यम् | अवश्यम् | pos=i |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
पिण्डः | पिण्ड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
निर्वेश्य | निर्विश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
त्यक्ष्यन्ति | त्यज् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
संग्रामे | संग्राम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
सु | सु | pos=i |
दुस्त्यजान् | दुस्त्यज | pos=a,g=m,c=2,n=p |