Original

स भवान्रथमास्थाय सर्वोपकरणान्वितम् ।त्वरमाणोऽभिनिर्यातु चिरमर्थोपपादकम् ॥ ८० ॥

Segmented

स भवान् रथम् आस्थाय सर्व-उपकरण-अन्वितम् त्वरमाणो ऽभिनिर्यातु चिरम् अर्थ-उपपादकम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
भवान् भवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
रथम् रथ pos=n,g=m,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
सर्व सर्व pos=n,comp=y
उपकरण उपकरण pos=n,comp=y
अन्वितम् अन्वित pos=a,g=m,c=2,n=s
त्वरमाणो त्वर् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽभिनिर्यातु अभिनिर्या pos=v,p=3,n=s,l=lot
चिरम् चिरम् pos=i
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
उपपादकम् उपपादक pos=a,g=m,c=2,n=s