Original

श्वदृतौ क्षीरमासक्तं ब्रह्म वा वृषले यथा ।सत्यं स्तेने बलं नार्यां राज्यं दुर्योधने तथा ॥ ७८ ॥

Segmented

श्व-दृति क्षीरम् आसक्तम् ब्रह्म वा वृषले यथा सत्यम् स्तेने बलम् नार्याम् राज्यम् दुर्योधने तथा

Analysis

Word Lemma Parse
श्व श्वन् pos=n,comp=y
दृति दृति pos=n,g=m,c=7,n=s
क्षीरम् क्षीर pos=n,g=n,c=1,n=s
आसक्तम् आसञ्ज् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,g=n,c=1,n=s
वा वा pos=i
वृषले वृषल pos=n,g=m,c=7,n=s
यथा यथा pos=i
सत्यम् सत्य pos=n,g=n,c=1,n=s
स्तेने स्तेन pos=n,g=m,c=7,n=s
बलम् बल pos=n,g=n,c=1,n=s
नार्याम् नारी pos=n,g=f,c=7,n=s
राज्यम् राज्य pos=n,g=n,c=1,n=s
दुर्योधने दुर्योधन pos=n,g=m,c=7,n=s
तथा तथा pos=i