Original

क्षमा धर्मः क्षमा यज्ञः क्षमा वेदाः क्षमा श्रुतम् ।यस्तामेवं विजानाति स सर्वं क्षन्तुमर्हति ॥ ३६ ॥

Segmented

क्षमा धर्मः क्षमा यज्ञः क्षमा वेदाः क्षमा श्रुतम् यस् ताम् एवम् विजानाति स सर्वम् क्षन्तुम् अर्हति

Analysis

Word Lemma Parse
क्षमा क्षमा pos=n,g=f,c=1,n=s
धर्मः धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
क्षमा क्षमा pos=n,g=f,c=1,n=s
यज्ञः यज्ञ pos=n,g=m,c=1,n=s
क्षमा क्षमा pos=n,g=f,c=1,n=s
वेदाः वेद pos=n,g=m,c=1,n=p
क्षमा क्षमा pos=n,g=f,c=1,n=s
श्रुतम् श्रुत pos=n,g=n,c=1,n=s
यस् यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
एवम् एवम् pos=i
विजानाति विज्ञा pos=v,p=3,n=s,l=lat
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
क्षन्तुम् क्षम् pos=vi
अर्हति अर्ह् pos=v,p=3,n=s,l=lat