महाभारतम् — 3.3.33
Original
Segmented
इमम् स्तवम् देव-वरस्य यो नरः प्रकीर्तयेत् शुचि-सुमनाः समाहितः स मुच्यते शोक-दवाग्नि-सागरान् लभेत कामान् मनसा यथा ईप्सितान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्तवम् | स्तव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
वरस्य | वर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रकीर्तयेत् | प्रकीर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
शुचि | शुचि | pos=a,comp=y |
सुमनाः | सुमनस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
समाहितः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुच्यते | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
दवाग्नि | दवाग्नि | pos=n,comp=y |
सागरान् | सागर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
लभेत | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
ईप्सितान् | ईप्सित | pos=a,g=m,c=2,n=p |