महाभारतम् — 3.3.31
Original
Segmented
सुर-पितृ-गण-यक्ष-सेवितम् हि असुर-निशाचर-सिद्ध-वन्दितम् वर-कनक-हुताशन-प्रभम् त्वम् अपि मनस्य् अभिधेहि भास्करम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुर | सुर | pos=n,comp=y |
पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
गण | गण | pos=n,comp=y |
यक्ष | यक्ष | pos=n,comp=y |
सेवितम् | सेव् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
निशाचर | निशाचर | pos=n,comp=y |
सिद्ध | सिद्ध | pos=n,comp=y |
वन्दितम् | वन्द् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
वर | वर | pos=a,comp=y |
कनक | कनक | pos=n,comp=y |
हुताशन | हुताशन | pos=n,comp=y |
प्रभम् | प्रभा | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
मनस्य् | मनस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अभिधेहि | अभिधा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भास्करम् | भास्कर | pos=n,g=m,c=2,n=s |