महाभारतम् — 3.3.16
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच शृणुष्व अवहितः राजञ् शुचिः भूत्वा समाहितः क्षणम् च कुरु राज-इन्द्र सर्वम् वक्ष्याम्य् अशेषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शृणुष्व | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
अवहितः | अवहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
राजञ् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शुचिः | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भूत्वा | भू | pos=vi |
समाहितः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
क्षणम् | क्षण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वक्ष्याम्य् | वच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
अशेषतः | अशेषतस् | pos=i |