Original

अवेक्षया महाराज तव गाण्डीवधन्वना ।धर्मानुगतया बुद्ध्या न किंचित्साहसं कृतम् ॥ २२ ॥

Segmented

अवेक्षया महा-राज तव गाण्डीवधन्वना धर्म-अनुगतया बुद्ध्या न किंचित् साहसम् कृतम्

Analysis

Word Lemma Parse
अवेक्षया अवेक्षा pos=n,g=f,c=3,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
गाण्डीवधन्वना गाण्डीवधन्वन् pos=n,g=m,c=3,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
अनुगतया अनुगम् pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part
बुद्ध्या बुद्धि pos=n,g=f,c=3,n=s
pos=i
किंचित् कश्चित् pos=n,g=n,c=1,n=s
साहसम् साहस pos=n,g=n,c=1,n=s
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part