महाभारतम् — 3.294.3
Original
Segmented
ब्राह्मण उवाच हिरण्य-कण्ठ्यः प्रमदा यत् च अन्यत् प्रीति-वर्धनम् न अहम् दत्तम् इह इच्छामि तद्-अर्थिन् प्रदीयताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मण | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हिरण्य | हिरण्य | pos=n,comp=y |
कण्ठ्यः | कण्ठी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
प्रमदा | प्रमदा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अन्यत् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
वर्धनम् | वर्धन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
दत्तम् | दा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
इह | इह | pos=i |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
अर्थिन् | अर्थिन् | pos=n,g=m,c=4,n=p |
प्रदीयताम् | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |