महाभारतम् — 3.289.2
Original
Segmented
प्रातः आयास्य इति उक्त्वा कदाचिद् द्विजसत्तमः तत आयाति राज-इन्द्र साये रात्रौ अथ उ पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रातः | प्रातर् | pos=i |
आयास्य | आया | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
द्विजसत्तमः | द्विजसत्तम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत | ततस् | pos=i |
आयाति | आया | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
साये | साय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रात्रौ | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
उ | उ | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |