महाभारतम् — 3.288.13
Original
Segmented
इयम् ब्रह्मन् मम सुता बाला सुख-विवर्धिता अपराध्येत यत् किंचिन् न तत् कार्यम् हृदि त्वया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सुता | सुता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
बाला | बाल | pos=a,g=f,c=1,n=s |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
विवर्धिता | विवर्धय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अपराध्येत | अपराध् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
किंचिन् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |