Original

अमानयन्हि मानार्हान्वातापिश्च महासुरः ।निहतो ब्रह्मदण्डेन तालजङ्घस्तथैव च ॥ १७ ॥

Segmented

अमानयन् हि मान-अर्हान् वातापि च महा-असुरः निहतो ब्रह्मदण्डेन तालजङ्घस् तथा एव च

Analysis

Word Lemma Parse
अमानयन् अमानयत् pos=a,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
मान मान pos=n,comp=y
अर्हान् अर्ह pos=a,g=m,c=2,n=p
वातापि वातापि pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
असुरः असुर pos=n,g=m,c=1,n=s
निहतो निहन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ब्रह्मदण्डेन ब्रह्मदण्ड pos=n,g=m,c=3,n=s
तालजङ्घस् तालजङ्घ pos=n,g=m,c=1,n=s
तथा तथा pos=i
एव एव pos=i
pos=i