Original

ब्राह्मणा हि परं तेजो ब्राह्मणा हि परं तपः ।ब्राह्मणानां नमस्कारैः सूर्यो दिवि विराजते ॥ १६ ॥

Segmented

ब्राह्मणा हि परम् तेजो ब्राह्मणा हि परम् तपः ब्राह्मणानाम् नमस्कारैः सूर्यो दिवि विराजते

Analysis

Word Lemma Parse
ब्राह्मणा ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=p
हि हि pos=i
परम् पर pos=n,g=n,c=1,n=s
तेजो तेजस् pos=n,g=n,c=1,n=s
ब्राह्मणा ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=p
हि हि pos=i
परम् पर pos=n,g=n,c=1,n=s
तपः तपस् pos=n,g=n,c=1,n=s
ब्राह्मणानाम् ब्राह्मण pos=n,g=m,c=6,n=p
नमस्कारैः नमस्कार pos=n,g=m,c=3,n=p
सूर्यो सूर्य pos=n,g=m,c=1,n=s
दिवि दिव् pos=n,g=m,c=7,n=s
विराजते विराज् pos=v,p=3,n=s,l=lat