Original

ततोऽब्रवीत्तथा दृष्ट्वा भर्तारं शोककर्शितम् ।प्रमृज्याश्रूणि नेत्राभ्यां सावित्री धर्मचारिणी ॥ ९५ ॥

Segmented

ततो ऽब्रवीत् तथा दृष्ट्वा भर्तारम् शोक-कर्शितम् प्रमृज्य अश्रूणि नेत्राभ्याम् सावित्री धर्म-चारिणी

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
ऽब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
तथा तथा pos=i
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
भर्तारम् भर्तृ pos=n,g=m,c=2,n=s
शोक शोक pos=n,comp=y
कर्शितम् कर्शय् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
प्रमृज्य प्रमृज् pos=vi
अश्रूणि अश्रु pos=n,g=n,c=2,n=p
नेत्राभ्याम् नेत्र pos=n,g=m,c=5,n=d
सावित्री सावित्री pos=n,g=f,c=1,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
चारिणी चारिन् pos=a,g=f,c=1,n=s