महाभारतम् — 3.28.4
Original
Segmented
यस् त्वाम् राजन् मया सार्धम् अजिनैः प्रतिवासितम् भ्रातृभिः च तथा सर्वैः न अभ्यभाषत किंचन वनम् प्रस्थाप्य दुष्ट-आत्मा न अन्वतप्यत दुर्मतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस् | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
अजिनैः | अजिन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
प्रतिवासितम् | प्रतिवासय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
भ्रातृभिः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
अभ्यभाषत | अभिभाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
किंचन | कश्चन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रस्थाप्य | प्रस्थापय् | pos=vi |
दुष्ट | दुष् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अन्वतप्यत | अनुतप् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
दुर्मतिः | दुर्मति | pos=a,g=m,c=1,n=s |