महाभारतम् — 3.28.15
Original
Segmented
यत् च तद् रुक्म-पात्री ब्राह्मणेभ्यः सहस्रशः ह्रियते ते गृहाद् अन्नम् संस्कृतम् सार्वकामिकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत् | यत् | pos=i |
च | च | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
रुक्म | रुक्म | pos=n,comp=y |
पात्री | पात्री | pos=n,g=f,c=3,n=p |
ब्राह्मणेभ्यः | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=4,n=p |
सहस्रशः | सहस्रशस् | pos=i |
ह्रियते | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
गृहाद् | गृह | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अन्नम् | अन्न | pos=n,g=n,c=1,n=s |
संस्कृतम् | संस्कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
सार्वकामिकम् | सार्वकामिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |