महाभारतम् — 3.279.15
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच ततः सर्वान् समानीय द्विजान् आश्रम-वासिन् यथाविधि समुद्वाहम् कारयामासतुः नृपौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततः | ततस् | pos=i |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
समानीय | समानी | pos=vi |
द्विजान् | द्विज | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
वासिन् | वासिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
यथाविधि | यथाविधि | pos=i |
समुद्वाहम् | समुद्वाह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कारयामासतुः | कारय् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
नृपौ | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=d |