महाभारतम् — 3.279.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच अथ कन्या-प्रदाने स तम् एव अर्थम् विचिन्तयन् समानिन्ये च तत् सर्वम् भाण्डम् वैवाहिकम् नृपः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अथ | अथ | pos=i |
कन्या | कन्या | pos=n,comp=y |
प्रदाने | प्रदान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विचिन्तयन् | विचिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
समानिन्ये | समानी | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भाण्डम् | भाण्ड | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वैवाहिकम् | वैवाहिक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
नृपः | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |