Original

अग्निरुवाच ।अहमन्तःशरीरस्थो भूतानां रघुनन्दन ।सुसूक्ष्ममपि काकुत्स्थ मैथिली नापराध्यति ॥ २७ ॥

Segmented

अग्निः उवाच अहम् अन्तः शरीर-स्थः भूतानाम् रघुनन्दन सु सूक्ष्मम् अपि काकुत्स्थ मैथिली न अपराध्यति

Analysis

Word Lemma Parse
अग्निः अग्नि pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
अन्तः अन्तर् pos=i
शरीर शरीर pos=n,comp=y
स्थः स्थ pos=a,g=m,c=1,n=s
भूतानाम् भूत pos=n,g=n,c=6,n=p
रघुनन्दन रघुनन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s
सु सु pos=i
सूक्ष्मम् सूक्ष्म pos=a,g=n,c=2,n=s
अपि अपि pos=i
काकुत्स्थ काकुत्स्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
अपराध्यति अपराध् pos=v,p=3,n=s,l=lat