महाभारतम् — 3.272.3
Original
Segmented
त्वया हि मम सत्-पुत्र यशो दीप्तम् उपार्जितम् जित्वा वज्रधरम् संख्ये सहस्राक्षम् शचीपतिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सत् | अस् | pos=va,comp=y,f=part |
पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यशो | यशस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दीप्तम् | दीप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
उपार्जितम् | उपार्जय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
जित्वा | जि | pos=vi |
वज्रधरम् | वज्रधर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
सहस्राक्षम् | सहस्राक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शचीपतिम् | शचीपति | pos=n,g=m,c=2,n=s |