महाभारतम् — 3.271.2
Original
Segmented
तम् अभ्येति आशु हरयः परिवार्य समन्ततः अभ्यघ्नन् च महा-कायैः बहुभिः जगतीरुहैः करजैः अतुदन् च अन्ये विहाय भयम् उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभ्येति | अभी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
आशु | आशु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
हरयः | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परिवार्य | परिवारय् | pos=vi |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |
अभ्यघ्नन् | अभिहन् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
कायैः | काय | pos=n,g=m,c=3,n=p |
बहुभिः | बहु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
जगतीरुहैः | जगतीरुह | pos=n,g=m,c=3,n=p |
करजैः | करज | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अतुदन् | तुद् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
च | च | pos=i |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विहाय | विहा | pos=vi |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |