महाभारतम् — 3.27.19
Original
Segmented
अलब्ध-लाभाय च लब्ध-वृद्धये यथार्ह-तीर्थ-प्रतिपादनाय यशस्विनम् वेद-विदम् विपश्चितम् बहु-श्रुतम् ब्राह्मणम् एव वासय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अलब्ध | अलब्ध | pos=a,comp=y |
लाभाय | लाभ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
च | च | pos=i |
लब्ध | लभ् | pos=va,comp=y,f=part |
वृद्धये | वृद्धि | pos=n,g=f,c=4,n=s |
यथार्ह | यथार्ह | pos=a,comp=y |
तीर्थ | तीर्थ | pos=n,comp=y |
प्रतिपादनाय | प्रतिपादन | pos=n,g=n,c=4,n=s |
यशस्विनम् | यशस्विन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
विदम् | विद् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
विपश्चितम् | विपश्चित् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
वासय | वासय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |