महाभारतम् — 3.266.12
Original
Segmented
इति उक्तवान् लक्ष्मणो भ्रात्रा गुरु-वाक्य-हिते रतः प्रतस्थे रुचिरम् गृह्य स मार्गण-गुणम् धनुः किष्किन्धा-द्वारम् आसाद्य प्रविवेश अनिवारितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
लक्ष्मणो | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भ्रात्रा | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
वाक्य | वाक्य | pos=n,comp=y |
हिते | हित | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रतः | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रतस्थे | प्रस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रुचिरम् | रुचिर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
गृह्य | ग्रह् | pos=vi |
स | स | pos=i |
मार्गण | मार्गण | pos=n,comp=y |
गुणम् | गुण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
किष्किन्धा | किष्किन्धा | pos=n,comp=y |
द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
प्रविवेश | प्रविश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अनिवारितः | अनिवारित | pos=a,g=m,c=1,n=s |