महाभारतम् — 3.263.8
Original
Segmented
सा ददर्श गिरि-प्रस्थे पञ्च वानर-पुंगवान् तत्र वासो महद् दिव्यम् उत्ससर्ज मनस्विनी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
प्रस्थे | प्रस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वानर | वानर | pos=n,comp=y |
पुंगवान् | पुंगव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
वासो | वासस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
उत्ससर्ज | उत्सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मनस्विनी | मनस्विन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |