Original

अथैनमब्रवीद्गृध्रो मुञ्च मुञ्चेति मैथिलीम् ।ध्रियमाणे मयि कथं हरिष्यसि निशाचर ।न हि मे मोक्ष्यसे जीवन्यदि नोत्सृजसे वधूम् ॥ ३ ॥

Segmented

अथ एनम् अब्रवीद् गृध्रो मुञ्च मुञ्च इति मैथिलीम् ध्रियमाणे मयि कथम् हरिष्यसि निशाचर न हि मे मोक्ष्यसे जीवन् यदि न उत्सृजसे वधूम्

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
अब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
गृध्रो गृध्र pos=n,g=m,c=1,n=s
मुञ्च मुच् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मुञ्च मुच् pos=v,p=2,n=s,l=lot
इति इति pos=i
मैथिलीम् मैथिली pos=n,g=f,c=2,n=s
ध्रियमाणे धृ pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
मयि मद् pos=n,g=,c=7,n=s
कथम् कथम् pos=i
हरिष्यसि हृ pos=v,p=2,n=s,l=lrt
निशाचर निशाचर pos=n,g=m,c=8,n=s
pos=i
हि हि pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मोक्ष्यसे मुच् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
जीवन् जीव् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
यदि यदि pos=i
pos=i
उत्सृजसे उत्सृज् pos=v,p=2,n=s,l=lat
वधूम् वधू pos=n,g=f,c=2,n=s