Original

ततो दृष्ट्वाश्रमपदं व्यपविद्धबृसीघटम् ।विध्वस्तकलशं शून्यं गोमायुबलसेवितम् ॥ २२ ॥

Segmented

ततो दृष्ट्वा आश्रम-पदम् व्यपविद्ध-बृसी-घटम् विध्वंस्-कलशम् शून्यम् गोमायु-बल-सेवितम्

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
पदम् पद pos=n,g=n,c=2,n=s
व्यपविद्ध व्यपव्यध् pos=va,comp=y,f=part
बृसी बृसी pos=n,comp=y
घटम् घट pos=n,g=n,c=2,n=s
विध्वंस् विध्वंस् pos=va,comp=y,f=part
कलशम् कलश pos=n,g=n,c=2,n=s
शून्यम् शून्य pos=a,g=n,c=2,n=s
गोमायु गोमायु pos=n,comp=y
बल बल pos=n,comp=y
सेवितम् सेव् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part