महाभारतम् — 3.263.15
Original
Segmented
दह्यमानेन तु हृदा रामो ऽभ्यपतद् आश्रमम् स ददर्श तदा गृध्रम् निहतम् पर्वत-उपमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दह्यमानेन | दह् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
हृदा | हृद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभ्यपतद् | अभिपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
आश्रमम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तदा | तदा | pos=i |
गृध्रम् | गृध्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निहतम् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
उपमम् | उपम | pos=a,g=m,c=2,n=s |